माँ के चरणों में भेजा है,
मैंने एक संदेश,
या तो मेरे घर आओ,
या मुझको दो आदेश,
मन का दरवाजा खोला,
माँ कर लो ना प्रवेश,
सेवा करने की खातिर,
मैं खिदमत में हूँ पेश,
न्योछावर जीवन करना,
अब मेरा है उद्देश्य,
चलना सच्ची राहों पे,
माँ देती हैं उपदेश।।।।