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Thursday, January 3, 2013

दानव का किरदार ले गए

जीने के आसार ले गए,
जीवन का आधार ले गए,
भूखों की पतवार ले गए,
लूटपाट घरबार ले गए,
छीनछान व्यापार ले गए,
दौलत देश के पार ले गए,
खुशियों के बाज़ार ले गए,
औषधि और उपचार ले गए,
सारा आदर सत्कार ले गए,
प्रेम भाव त्यौहार ले गए,
पेट्रोल बढ़ाया कार ले गए,
गाड़ी मेरी मार ले गए,
खुद्दारी खुद्दार ले गए,
दानव का किरदार ले गए.

19 comments:

  1. रविकरJanuary 4, 2013 at 2:55 PM


    अलग ही अंदाज |
    आभार अरुण ||

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"January 4, 2013 at 4:04 PM

      आदरणीय रविकर सर अनेक-२ धन्यवाद

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  • Virendra Kumar SharmaJanuary 4, 2013 at 3:57 PM


    संसदीय व्यवहार ले गए ,

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"January 4, 2013 at 4:04 PM

      तहे दिल से शुक्रिया आदरणीय वीरेंद्र सर

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  • सदाJanuary 4, 2013 at 5:07 PM

    बहुत बढिया ...

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"January 5, 2013 at 11:47 AM

      आभार सदा दी

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  • Shalini RastogiJanuary 4, 2013 at 6:42 PM

    अच्छा प्रयास अरुण जी...

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"January 5, 2013 at 11:48 AM

      तहे दिल से शुक्रिया शालिनी जी

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  • Aamir2692January 5, 2013 at 11:02 AM

    सारा आदर सत्कार ले गये।
    बिलकुल सही है वरुण।
    अबकी बार काफी अलग और नए अंदाज़ में लिखा ,और बड़ा अच्छा लिखा।

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"January 5, 2013 at 11:48 AM

      बहुत-२ शुक्रिया आमिर भाई

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  • Rajendra KumarJanuary 5, 2013 at 11:38 AM

    लोगो की ब्यथा को दर्शाने का एक सुन्दर अंदाज,धन्यवाद।

    राजेन्द्र ब्लॉग

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"January 5, 2013 at 11:49 AM

      राजेंद्र सर आपको अंदाज भाया आभार

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  • रचना दीक्षितJanuary 6, 2013 at 11:37 AM

    सुंदर अंदाज़ में आजके हालत को बयाँ कर दिया. सुंदर कविता.

    शुभकामनायें.

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"January 6, 2013 at 1:19 PM

      आभार आदरणीया रचना जी

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  • दिगम्बर नासवाJanuary 6, 2013 at 2:37 PM

    बहुत खूब .. आज के हालात पे तप्सरा ...
    ऐसा ही रहा तो पता नहीं क्या क्या लूट लेंगे ये ...

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"January 6, 2013 at 4:31 PM

      आभार आदरणीय दिगम्बर सर

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  • संजय भास्करJanuary 7, 2013 at 6:12 PM

    आजके हालत को बड़ी ही सुन्दरता से प्रस्तुत किया है आपने अरुण भाई

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"January 9, 2013 at 11:15 AM

      आभार संजय भाई

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  • Rohitas ghorelaJanuary 9, 2013 at 7:41 PM

    आय-हाय ...मजा आ गया ... भाई बहुत खूब

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