दरवाजे यादों के ज़रा बंद कर दो,
इनसे आती हवा को मंद कर दो,
सुर्खियों में छाने में मेहनत नही लगती,
गलतियाँ हट कर चंद कर दो,
खुशहाल रखनी, जो हो जिंदगी,
मन मुताबिक खुदको रजामंद कर दो...
इनसे आती हवा को मंद कर दो,
सुर्खियों में छाने में मेहनत नही लगती,
गलतियाँ हट कर चंद कर दो,
खुशहाल रखनी, जो हो जिंदगी,
मन मुताबिक खुदको रजामंद कर दो...
खुशहाल जिंदगी का राज लिख दिया है आपने ...
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया
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