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आइये आपका हृदयतल से हार्दिक स्वागत है

Wednesday, April 18, 2012

जिंदगी को प्यार से हीन कर लिया.

काम एक आज मैंने बेहतरीन कर लिया,
तेरी दिल्लगी पे फिरसे यकीन कर लिया,
कि खाके धोके पे धोके बार-बार,
मोहोब्बत को और भी हसीन कर लिया,
दर्द लेने आया इम्तेहान जब भी ,
मैंने जख्मो को ज़रा नमकीन कर लिया,
फ़ैल जाए न दिल कि आवाज़ हर तरफ,
अपनी धडकनों को बहुत महीन कर लिया,
लुटा के तुझपे दिल कि दुनिया,
जिंदगी को प्यार से हीन कर लिया.

1 comment:

  1. संजय भास्करApril 19, 2012 at 3:21 PM

    सुंदर शब्दों में जज्बातोँ को उकेरा......बेहतरीन रचना

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