Pages

आइये आपका हृदयतल से हार्दिक स्वागत है

Friday, July 20, 2012

पानी था या हवा था

पानी था, या हवा था,
वो किस दिल, की दुआ था,


ठंडा मौसम, कड़ी लू
वो गम था, या दवा था,
 

लगता था, वो खुदा पर,
किस्मत था, या जुआ था,
 

बेवजह तबियत, जुदा थी,
शायद हमे, कुछ हुआ था,
 

बहता आंसू, मेरा ही,
घायल नस को, छुआ था.

4 comments:

  1. Kailash SharmaJuly 20, 2012 at 7:53 PM

    लगता था, वो खुदा पर,
    किस्मत था, या जुआ था,

    ....बहुत सुन्दर और सटीक रचना..शुभकामनायें!

    ReplyDelete
  2. अरुन शर्माJuly 22, 2012 at 11:56 AM

    बहुत बहुत शुक्रिया SIR

    ReplyDelete
  3. सतीश सक्सेनाJuly 22, 2012 at 3:08 PM

    बढ़िया रचना ...
    शुभकामनायें !

    ReplyDelete
  4. संजय भास्करJuly 24, 2012 at 9:06 AM

    सुन्दर और सटीक..........शुभकामनायें !

    ReplyDelete
Add comment
Load more...

आइये आपका स्वागत है, इतनी दूर आये हैं तो टिप्पणी करके जाइए, लिखने का हौंसला बना रहेगा. सादर