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Friday, December 28, 2012

कुण्डलिया प्रथम प्रयास

आदरणीय श्री अरुण कुमार निगम सर के द्वारा संशोधित कुण्डलिया प्रथम प्रयास


सोवत जागत हर पिता, करता रहता जाप,
रखना बिटिया को सुखी, हे नारायण आप 

हे नारायण आप , कृपा अपनी बरसाना
मिले मान सम्मान,मिले ससुराल सुहाना

बीते जीवन नित्य,प्रेम के पुष्प पिरोवत
अधरों पर मुस्कान,सदा हो जागत सोवत 


13 comments:

  1. बहुत अच्छा प्रयास..बेहद प्रभावपूर्ण बन पड़ी है आपकी कुण्डलिय

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"December 29, 2012 at 2:26 PM

      शुक्रिया शालिनी

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  • धीरेन्द्र सिंह भदौरियाDecember 28, 2012 at 6:38 PM

    बहुत ही सुंदर प्रस्तुति,,,,
    आज दहेज का रोग भयंकर , घर-घर कैसे दौड रहा,
    कितने पिता बेटी की खातिर,मरने को मजबूर हो रहा!
    ===================================
    recent post : नववर्ष की बधाई

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"December 29, 2012 at 2:27 PM

      वाह क्या बात है धीरेन्द्र सर धन्यवाद

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  • sundar bhavo ko samete prastuti

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"December 29, 2012 at 2:28 PM

      आदरणीया मधु जी आपकी सराहना पाके ह्रदय प्रसन्न हो गया आभार

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  • डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण)December 29, 2012 at 3:50 PM

    बहुत सुन्दर प्रस्तुति..!
    आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (30-12-2012) के चर्चा मंच-1102 (बिटिया देश को जगाकर सो गई) पर भी की गई है!
    सूचनार्थ!

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"December 29, 2012 at 4:24 PM

      हार्दिक आभार आदरणीय शास्त्री सर

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  • दिगम्बर नासवाDecember 30, 2012 at 2:35 PM

    अच्छा प्रयास है ... इसी जारी रखेंगे तो प्रवीण हो जाएंगे ...

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"December 31, 2012 at 4:19 PM

      आभार दिगंबर सर आपको सापरिवर सहित नव वर्ष की ढेरों शुभकामनायें

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  • प्रथम प्रयास ग़जब का रहा ...लगे रहो ...
    :)

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