बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टी का लिंक कल शनिवार (21-09-2013) को "एक भीड़ एक पोस्टर और एक देश" (चर्चा मंचःअंक-1375) पर भी होगा!
हिन्दी पखवाड़े की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
सचमुच-
प्रत्युत्तर देंहटाएंधरती पर संभव कहाँ-
माँ सा सच्चा प्यार-
बहुत अच्छे
बधाई प्रियवर
बहुत खूब,सुंदर दोहे !
प्रत्युत्तर देंहटाएंRECENT POST : हल निकलेगा
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति...
प्रत्युत्तर देंहटाएंबधाई..
:-)
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
प्रत्युत्तर देंहटाएंआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टी का लिंक कल शनिवार (21-09-2013) को "एक भीड़ एक पोस्टर और एक देश" (चर्चा मंचःअंक-1375) पर भी होगा!
हिन्दी पखवाड़े की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति !
प्रत्युत्तर देंहटाएंसुंदर रचना, शुभकामनाये
प्रत्युत्तर देंहटाएंबहुत सुन्दर सटीक रचना !!
प्रत्युत्तर देंहटाएंlatest post: क्षमा प्रार्थना (रुबैयाँ छन्द )
latest post कानून और दंड
dil se badhai ... bhai :)
प्रत्युत्तर देंहटाएंwaise tum sach me behtareen rachnaakar ho..:)
bhai bahut bahut badhai... dil se:)
प्रत्युत्तर देंहटाएंtum ek behtareen rachnaaakar ho :)
bahut hi sundar rachna @arun ji .. maa ka pyaar anmol hai .. use bhulana matlab khod ko bhulana ... shubhkamnaye :)
प्रत्युत्तर देंहटाएंसुन्दर रचना
प्रत्युत्तर देंहटाएंबहुत बढ़िया दोहावली
प्रत्युत्तर देंहटाएंआपकी यह प्रस्तुति 26-09-2013 के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
प्रत्युत्तर देंहटाएंकृपया पधारें
धन्यवाद
आपकी कविता ने मन को मोह लिया। बहुत ही सुन्दर अभिव्यक्ति, शब्दों का सटीक उपयोग। सरल कविताएं ही ज्यादा आकर्षित करती हैं।
प्रत्युत्तर देंहटाएं