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Thursday, May 30, 2013

छोटी बहर की छोटी ग़ज़ल

निगाहों में भर ले,
मुझे प्यार कर ले, 

खिलौना बनाकर,
मजा उम्रभर ले, 

तू सुख चैन सारा,
दिवाने का हर ले, 

तकूँ राह तेरी,
गली से गुजर ले,

मुहब्बत में मेरी,
तू सज ले संवर ले...

25 comments:

  1. प्रवीण पाण्डेयMay 30, 2013 at 6:14 PM

    बहुत खूब

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  2. धीरेन्द्र सिंह भदौरियाMay 30, 2013 at 7:29 PM

    बहुत लाजबाब प्रस्तुति,,

    Recent post: ओ प्यारी लली,

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  3. कालीपद प्रसादMay 30, 2013 at 8:52 PM


    बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति !
    latest post बादल तु जल्दी आना रे (भाग २)
    अनुभूति : विविधा -2

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  4. डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण)May 30, 2013 at 10:33 PM

    बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
    आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा कल शुक्रवार (31-05-2013) के "जिन्दादिली का प्रमाण दो" (चर्चा मंचःअंक-1261) पर भी होगी!
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  5. दिगम्बर नासवाMay 30, 2013 at 11:24 PM

    Bahut khoob ... Kathin baat ko sahaj hi kah diya ... Choti bahar mein spasht kahan mushkil hota hai par aapne bakhoobi anjam diya hai ...

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  6. shikha kaushikMay 31, 2013 at 12:13 AM

    .बहुत सुन्दर प्रस्तुति .बधाई .. हम हिंदी चिट्ठाकार हैं.
    BHARTIY NARI .

    एक छोटी पहल -मासिक हिंदी पत्रिका की योजना

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  7. वाह .... बहुत खूब

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  8. Dr.Ashutosh Mishra "Ashu"May 31, 2013 at 5:22 PM

    छूते बहर में ग़ज़ल कहना मुश्किल होता है ..सुंदर प्रस्तुति ..मेरे ब्लॉग पर आपका स्स्वागत है

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  9. सरिता भाटियाMay 31, 2013 at 8:32 PM

    बहुत खूब छोटी गजल की बड़ी बातें

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  10. Vandana TiwariJune 1, 2013 at 12:22 PM

    आदरणीय आपकी यह अप्रतिम गज़ल आपके ही ब्लाग 'निर्झर टाइम्स' पर लिंक की गई है।
    कृपया http://nirjhar-times.blogspot.com पर पधारें,आपकी प्रतिक्रिया का सादर स्वागत् है।
    सादर

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  11. Shalini RastogiJune 1, 2013 at 4:05 PM

    आपकी यह उत्कृष्ट रचना कल दिनांक २ जून २०१३ को http://blogprasaran.blogspot.in/ ब्लॉग प्रसारण पर लिंक की गई है , कृपया पधारें व औरों को भी पढ़े...

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  12. Mukesh Kumar SinhaJune 1, 2013 at 4:38 PM

    behatareen... lajajab :)

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  13. महेन्द्र श्रीवास्तवJune 2, 2013 at 12:13 PM

    बहुत सुंदर, क्या बात है अरुण।

    नोट : आमतौर पर मैं अपने लेख पढ़ने के लिए आग्रह नहीं करता हूं, लेकिन आज इसलिए कर रहा हूं, ये बात आपको जाननी चाहिए। मेरे दूसरे ब्लाग TV स्टेशन पर देखिए । धोनी पर क्यों खामोश है मीडिया !
    लिंक: http://tvstationlive.blogspot.in/2013/06/blog-post.html?showComment=1370150129478#c4868065043474768765

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  14. अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)June 2, 2013 at 2:35 PM

    हुनरमंद प्रेमी का
    थोड़ा हुनर ले
    आसान किश्तों में
    बढ़िया सा घर ले

    प्रेमाभिव्यक्ति पर प्यारी सी गज़ल के लिए बधाई..........

    ReplyDelete
  15. अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)June 2, 2013 at 2:35 PM

    हुनरमंद प्रेमी का
    थोड़ा हुनर ले
    आसान किश्तों में
    बढ़िया सा घर ले

    प्रेमाभिव्यक्ति पर प्यारी सी गज़ल के लिए बधाई..........

    ReplyDelete
  16. अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)June 2, 2013 at 2:36 PM

    @ निगाहों में भर ले.....

    हुनरमंद प्रेमी का
    थोड़ा हुनर ले
    आसान किश्तों में
    बढ़िया सा घर ले

    प्रेमाभिव्यक्ति पर प्यारी सी गज़ल के लिए बधाई..........

    ReplyDelete
  17. बहुत खुबसूरत ग़ज़ल !!

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  18. chhoti bahar par lamba asar. bahut khoob..

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  19. bahut khub..

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  20. बहुत सुन्दर प्यारी रचना...
    :-)

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  21. संजय भास्‍करJune 3, 2013 at 3:14 PM

    आसान किश्तों में
    बढ़िया सा घर ले

    ..........गज़ल के लिए बधाई

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  22. abhishek shuklaJune 3, 2013 at 8:38 PM

    dil ko choo gayi..

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  23. डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण)June 5, 2013 at 10:59 AM

    कम शब्दों का चमत्कार,
    बहुत बढ़िया अशआर!

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  24. Rohitas ghorelaJune 22, 2013 at 10:18 AM

    "तकूँ राह तेरी
    गली से गुजर ले."

    मुझे लगता है इस शेर से आपकी पहचान होनी चाहिए ...बतौर शायर

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  25. संजय भास्‍करJune 27, 2013 at 7:03 PM

    आसान किश्तों में
    बढ़िया सा घर ले

    ......गज़ल के लिए बधाई !!

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