Pages

आइये आपका हृदयतल से हार्दिक स्वागत है

Saturday, March 23, 2013

मत्तगयन्द' सवैया

मत्तगयन्द' सवैया : 7 भगण व अंत में दो दीर्घ

1.

नाचत भंग पिए जन हैं, भर रंग फिरे हर सूरत भोली,
रूप स्वरुप खिले गुल से, मन मोर निहार रहा हर टोली,
लाल गुलाल कपोल सजे, जब मेल मिलाप करें हमजोली,
ढोल बजे हुडदंग मचे, घर स्वच्छ करे यह पावन होली .....



२.

रंग अबीर लगाय रहे भर भंग पियें जन जीभर प्याला,
मित्र सखा मिल घूम रहे हर रंग खिला हर रूप निराला,
प्रेम लुटाय रहे सबहीं मिल खाय रहे सब प्रेम निवाला,
मेल मिलाप लुभाय रहा मन और बढ़ाय रहा उजियाला..

15 comments:

  1. डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण)March 23, 2013 at 4:28 PM

    मत्तगयन्द छन्द में शब्दो का बढ़िया समावेश किया है आपने!

    ReplyDelete
  2. बहुत ही सुन्दर बढियाँ प्रस्तुति,आभार.

    ReplyDelete
  3. धीरेन्द्र सिंह भदौरियाMarch 23, 2013 at 6:58 PM

    शब्दों के सुन्दर समावेश से छंद लाजबाब बन पड़ा,,,बधाई अरुण जी,,,,,
    होली की हार्दिक शुभकामनायें!
    Recent post: रंगों के दोहे ,

    ReplyDelete
  4. सरिता भाटियाMarch 23, 2013 at 6:59 PM

    बहुत अच्छा लिखा अरुण बधाई

    ReplyDelete
  5. शालिनी कौशिकMarch 23, 2013 at 8:32 PM

    बहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति happy holi to you with manisha ji . आभार अमिताभ बच्चन :सामाजिक और फ़िल्मी शानदार शख्सियत .महिला ब्लोगर्स के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MAN

    ReplyDelete
  6. संध्या शर्माMarch 23, 2013 at 11:05 PM

    शब्दों का सुन्दर प्रयोग...होली की अग्रिम शुभकामनायें...

    ReplyDelete
  7. Virendra Kumar SharmaMarch 23, 2013 at 11:19 PM


    मत्तगयन्द' सवैया
    मत्तगयन्द' सवैया : 7 भगण व अंत में दो दीर्घ

    नाचत भंग पिए जन हैं, भर रंग फिरे हर सूरत भोली,
    रूप स्वरुप खिले गुल से, मन मोर निहार रहा हर टोली,
    लाल गुलाल कपोल सजे, जब मेल मिलाप करें हमजोली,
    ढोल बजे हुडदंग मचे, घर स्वच्छ करे यह पावन होली .....

    रसधार बहा दी होली की .बहुत सुन्दर रूपक का निर्वाह हुआ है -लाल गुलाल कपोल सजे ....

    अपने अपने घर सों निकसीं कोई सांवली कोई गोरी ,
    एक से एक जोबन मदमाती ,सभी उम्र की छोरी ,
    कन्हैया संग चलो सखी आज खेलें होली ....

    ReplyDelete
  8. Virendra Kumar SharmaMarch 23, 2013 at 11:20 PM

    Virendra Sharma ‏@Veerubhai1947 44m
    ram ram bhai
    मुखपृष्ठ
    शनिवार, 23 मार्च 2013
    आखिर सारा प्रबंध इटली का ही तो है यहाँ .

    http://veerubhai1947.blogspot.in/
    Expand Reply Delete Favorite More
    Virendra Sharma ‏@Veerubhai1947 49m
    इटली के ही पास गिरवीं है भारत की नाक http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/2013/03/blog-post_23.html …
    Expand

    ReplyDelete
  9. Virendra Kumar SharmaMarch 23, 2013 at 11:20 PM


    फाग मुबारक फाग की रीत और प्रीत मुबारक

    ReplyDelete
  10. चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’March 24, 2013 at 1:40 AM

    वाह! बहुत ख़ूब! होली की हार्दिक शुभकामनाएं!

    ReplyDelete
  11. वाह क्या अंदाज़ हैं होली की शुभ-कामनाओं का .....बहुत खूब

    ReplyDelete
  12. Kalipad "Prasad"March 24, 2013 at 11:29 AM

    बहुत लय बद्ध छंद, शब्दों का चयन बेहतरीन
    latest post भक्तों की अभिलाषा
    latest postअनुभूति : सद्वुद्धि और सद्भावना का प्रसार

    ReplyDelete
  13. महेन्द्र श्रीवास्तवMarch 24, 2013 at 10:52 PM

    बढिया
    होली मुबारक

    ReplyDelete
  14. वाह ... बेहतरीन
    होलिकोत्‍सव की अनंत शुभकामनाएं

    ReplyDelete
  15. संजय कुमार भास्‍करMarch 28, 2013 at 11:12 AM

    प्रशंसनीय रचना - बधाई

    ReplyDelete
Add comment
Load more...

आइये आपका स्वागत है, इतनी दूर आये हैं तो टिप्पणी करके जाइए, लिखने का हौंसला बना रहेगा. सादर