परमात्मा का रूप रखते हैं, मेरे पापा,
मेरी हर भावना समझते हैं, मेरे पापा,
बुराई को दूर रखना, मन में सफाई रखना,
शिक्षा है सबसे ऊँची कहते हैं, मेरे पापा,
करो नारी का सम्मान, रखों बड़ों का ध्यान,
हर काम को सिखाया करते हैं, मेरे पापा,
जियो इज्ज़त की जिंदगी, करो रब की बंदगी,
खुदा से, मेरे नज़रों में रहते हैं, मेरे पापा.....
मेरी हर भावना समझते हैं, मेरे पापा,
बुराई को दूर रखना, मन में सफाई रखना,
शिक्षा है सबसे ऊँची कहते हैं, मेरे पापा,
करो नारी का सम्मान, रखों बड़ों का ध्यान,
हर काम को सिखाया करते हैं, मेरे पापा,
जियो इज्ज़त की जिंदगी, करो रब की बंदगी,
खुदा से, मेरे नज़रों में रहते हैं, मेरे पापा.....
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
प्रत्युत्तर देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल सोमवार (19-06-2012) के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ!
बहुत बहुत धन्यवाद SIR
प्रत्युत्तर देंहटाएंपापा ऐसे ही होते हैं ... कदम कदम पे ख्याल रखते हैं ...
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