न जीने का जी करे न मरने का जी करे
अब बात भी किसी से न करने का जी करे
आदत बना ली मैंने जब सहना ही सितम था
जख्मों के दर्द से न डरने का जी करे
अकेला हूँ मैं और अकेला मेरा दिल है
खाली जगह दिल की न भरने का जी करे
कभी काम था मुझे तुझे याद करते रहना
तेरे याद से अब न गुजरने का जी करे
बर्बाद कर दी मेरी दुनिया प्यार ने
चाहके भी अब न सुधरने का जी करे
पागल हो गया इस सदमे से मेरा दिल
इस हाले-दिल से न उभरने का जी करे.
अब बात भी किसी से न करने का जी करे
आदत बना ली मैंने जब सहना ही सितम था
जख्मों के दर्द से न डरने का जी करे
अकेला हूँ मैं और अकेला मेरा दिल है
खाली जगह दिल की न भरने का जी करे
कभी काम था मुझे तुझे याद करते रहना
तेरे याद से अब न गुजरने का जी करे
बर्बाद कर दी मेरी दुनिया प्यार ने
चाहके भी अब न सुधरने का जी करे
पागल हो गया इस सदमे से मेरा दिल
इस हाले-दिल से न उभरने का जी करे.
प्यार का असर है ये ...
ReplyDeleteइस छलावे से बाहर आना पड़ता है ... अच्छा लिखा है ...
बहुत सुंदर भावपूर्ण रचना...
ReplyDeleteLike it !!!! Very good !!!!
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