ना करो प्यार किसी को नापतोल कर.
लुटा दो जान भी अपनी दिल खोल कर.
मिटा के खुद को इस तरह बर्बाद करो.
दो लफ्ज प्यार के, प्यार में बोल कर.
No comments:
Post a Comment
आइये आपका स्वागत है, इतनी दूर आये हैं तो टिप्पणी करके जाइए, लिखने का हौंसला बना रहेगा. सादर